(जिला ब्यूरो)चंबा। मणिमहेश यात्रा के दौरान भरमाणी माता के कुंड में डाइव छलांग करके स्नान करने वाले युवक को अपनी जान गंवानी पड़ी। युवक ने पानी की गहराई मापे बिना कुंड में सीधे डाइव लगा दी। इससे उसका सिर जोर से कुंड के फर्श से जाकर लगा। इसकी वजह से उसकी गर्दन व रीढ़ की हड्डी में गंभीर चोट लगी। इस चोट के चलते वह बेसुध हो गया। जहां पर मौजूद अन्य श्रद्धालुओं ने उसे कुंड के पानी से बाहर निकाला। परिजन उसे उपचार के लिए भरमौर अस्पताल ले गए। जहां से उसे चंबा मेडिकल कॉलेज भेज दिया गया। मेडिकल कॉलेज में उसे सीटी स्कैन करवाने के लिए विशेषज्ञों ने लिखा। लेकिन, मेडिकल कॉलेज में उसका सीटी स्कैन नहीं हो पाया। इसके चलते उसे चंबा से रेफर कर दिया। परिजन उसे उपचार के लिए चंडीगढ़ ले गए। जहां पर आखिरकार उपचार के दौरान उसने दम तोड़ दिया। परिजनाें ने इस मामले को लेकर पुलिस में हालांकि कोई शिकायत दर्ज नहीं करवाई है। लेकिन, इस घटना में कहीं न कहीं स्थानीय प्रशासन की भी लापरवाही नजर आ रही है। यदि कुंड में पानी की गहराई के बारे में लिखा होता। या कुंड में डाइव नहीं लगाने की चेतावनी वहां अंकित की गई होती। तो शायद उस युवक की जान बच सकती थी। मरने वाला युवक शाहपुर का रहने वाला था। वह छह सितंबर को अपने स्वजनों के साथ मणिमहेश यात्रा पर आया था। उसी दिन भरमाणी माता मंदिर के कुंड में डाइव लगाने पर वह गंभीर रूप से चोटिल हो गया। 14 सितंबर को उपचार के दौरान चंडीगढ़ में उसने अपना दम तोड़ दिया। इस घटना में परिवार से उनका हंसता खेलता बेटा छीन लिया। परिवार मणिमहेश यात्रा को शायद ही कभी भुला पाएगा।