चंबा। भरमौर विधानसभा क्षेत्र के विधायक डॉक्टर जनक राज ने प्रदेश सरकार की पोल खोल कर रख दी है। उन्होंने सदन में जिला चंबा में icu को लेकर सवाल किया था। जिसका सरकार ने गलत जवाब दिया। सरकार को गुमराह करने वाली जानकारी देने वाले अधिकारियों के ख़िलाफ़ भी उन्होंने कार्रवाई की मांग की है। जिला चंबा के मरीजों को आईसीयू चिकित्सा के लिए टांडा या शिमला में जाना पड़ रहा है। जबकि प्रदेश सरकार विधानसभा में चंबा के लोगों को मेडिकल कॉलेज, डलहाैजी और चुवाड़ी में इस चिकित्सा देने की बात कर रही है। सरकार के अनुसार चंबा मेडिकल कॉलेज, नागरिक अस्पताल डलहौजी और चुवाड़ी में आईसीयू चिकित्सा मरीजों को दी जा रही है। सरकार के इस सफेद झूठ का पता उस समय लगा जब विधानसभा के सत्र में भरमौर विधानसभा क्षेत्र के विधायक डॉक्टर जनकराज ने सवाल पूछा कि चंबा जिला में कितने आईसीयू हैं। इसमें बिस्तरों की क्या व्यवस्था है। तो उनके सवाल का जवाब देते हुए स्वास्थ्य मंत्री धनीराम शांडिल ने बताया कि मेडिकल कॉलेज चंबा में आईसीयू के 15 बिस्तर, डलहौजी में पांच और चुवाड़ी में दो बिस्तरों की सुविधा है। जबकि मेडिकल कॉलेज सहित अन्य जिला के किसी भी सरकारी अस्पताल में आईसीयू चिकित्सा की सुविधा ही नहीं है। आईसीयू यानी इंटेसिव केयर युनिट (गहन देखभाल इकाई) को चलाने के लिए अलग विशेषज्ञ व स्टाफ की आवश्यक्ता होती है। यह स्टाफ सिर्फ आईसीयू में ही सेवाएं देता है। आईसीयू में गंभीर रूप से बीमार मरीज को जिंदा रखने वाली जीवनदायिनी मशीनें उपलब्ध रहती हैं।
चंबा जिला में जब भी कोई वाहन दुर्घटना होती है या कोई व्यक्ति किसी अन्य दुर्घटना का शिकार होता है। तो ट्रॉमा केयर और आईसीयू चिकित्सा हेतु टांडा मेडिकल कॉलेज रेफर किया जाता है। इसकी वजह से कई गंभीर मरीज समय पर यह सुविधा नहीं मिलने के कारण बीच रास्ते में दम तोड़ देते हैं। ऐसे में सरकार को चंबा में आईसीयू व ट्रॉमा चिकित्सा शुरू करनी चाहिए। ना कि विधानसभा में झूठा जवाब देकर लोगों को गुमराह करना चाहिए।