चंबा। सड़कों पर यदि कोई बाइक चालक अपने पीछे किसी को बिना हेल्मेट बिठाकर ले जाए तो पुलिस तुरंत उसका 500 रूपये का चालान काट देती है। जबकि शुक्रवार को कांग्रेस की बाइक रैली में सभी कार्यकर्ता बिना हेल्मेट दो पहिया वाहन चलाते हुए नजर आए। हैरानी इस बात की रही कि यातायात पुलिस कर्मचारियों ने उन्हें देखने के उपरांत भी अनदेखा कर दिया। इसको लेकर लोग कहीं न कहीं पुलिस प्रशासन की कार्यवाही पर सवालिया निशान खड़ा कर रहे हैं। ऐसा नहीं है कि सिर्फ कांग्रेस की रैलियों में बिना हेल्मेट वाहन दौड़ाए जाते हैं। भाजपा की रैली में भी इस प्रकार से वाहन चालक व सवार बिना हेल्मेट देखे जा चुके हैं। लोगों का कहना है कि यातायात नियम राजनीतिक दलों की रैलियों के लिए बदले नहीं जा सकते। फिर क्यों पुलिस ऐसी रैलियों में बिना हेल्मेट बाइक चलाने वालों का चालान नहीं करती। जबसे देश में ट्रैफिक चालान के रेट बढ़े हैं। तबसे वाहन चालक काफी संभलकर अपने वाहनों को चला रहे हैं। हल्की सी गल्ती होने पर पुलिस झट से उनका चालान काट देती है। लेकिन जब भी राजनीति दलों की बाइक रैलियां होती हैं तो ट्रैफिक नियमों को दरकिनार कर दिया जाता है।