चंबा। अंतरराष्ट्रीय मिंजर मेला में यह पहला मौका रहा जब अंतरराष्ट्रीय का दर्जा होने के बाद किसी विधायक के हाथ मेला संपन्न हुआ। इसकी विशेष वजह यह रही कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू शिमला से चंबा नहीं पहुंच पाए। शनिवार को आयुष मंत्री यादविंद्र गोमा मिंजर मेला की सांस्कृतिक संध्या में मुख्यातिथि थे। जोकि रविवार को सुबह चंबा से रवाना हो गए। ऐसे में जब एतिहासिक मिंजर मेले का समापन करने के लिए जब मुख्यमंत्री चंबा नहीं पहुंच पाए तो उनके स्थान पर समापन करने के लिए कोई भी कैबिनेट मंत्री नहीं बचा। ऐसे में सदर विधायक को मुख्यातिथि बनाने के अलावा उनके पास कोई और रास्ता नहीं बचा।
रविवार को मिंजर की अंतिम सांस्कृतिक संध्या में मुख्यमंत्री ने बतौर मुख्यातिथि शामिल होना था, लेकिन मौसम ने मुख्यमंत्री के हैलीकॉप्टर को उड़ान नहीं भरने दी। सदर विधायक नीरज नैयर और मिंजर मेला आयोजन समिति शिमला में बार-बार संपर्क बना कर यह जानकारी लेते रहें कि मुख्यमंत्री कब चंबा को उड़ान भरेंगे। हर बार यही जानकारी मिली की मुख्यमंत्री व विधानसभा अध्यक्ष आगमन को तैयार हैं और जैसे ही धुंध छटती है तो चौपर शिमला से चंबा के लिए उड़ान भरेगा।
मुख्यमंत्री ने जहां चंबा में शिलान्यास व उदघाटन करने थे। तो वहीं लोगों को आस थी कि मुख्यमंत्री चंबा को कोई बड़ी सौगात देंगे। लेकिन उनकी यह आस मुख्यमंत्री के नहीं आने से पूरी नहीं हो पाई।