बद्दी यूनिवर्सिटी ने चंबा में लांच किया अपना प्रॉस्पेक्टस, चंबा के बच्चों को मिलेगा लाभ

चंबा। शिक्षा के क्षेत्र में उम्दा मुकाम हासिल कर चुकी बद्दी यूनिवर्सिटी ने यूनिवर्सिटी का चम्बा में अपना प्रोस्पेक्ट लांच किया। इस मौके पर यूनिवर्सिटी की और से Dr. Arun Kaant Panoli Dean of School Management Study and Marketing Executive Er. Karunesh Singh ने पत्रकारों को भी संबोधित किया। इस मौके पर उन्होंने बद्दी यूनिवर्सिटी द्वारा करवाए जा रहे विभिन्न कोर्सिस, स्कॉलरशिप, प्लेसमेंट के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि बद्दी यूनिवर्सिटी में इंजीनियरिंग, फार्मेसी, साइंस, मैनेजमेंट, एग्रीकल्चर, फिजियोथैरिपी के कोर्स करवाए जा रहे हैं और इस सत्र में पैरामैडिकल कोर्सेस जैसे कि बी. एस.सी. रेडियोलॉजी, बी. एस.सी. ऑ.टी.टी., बी.एम.एल.टी. लॉच किए जा रहे है।

 

 

उन्होंने कहा कि अगर किसी एक ही परिवार के दो बच्चे एक साथ दाखिला लेते हैं तो उसमें एक बच्चे पर पच्चास प्रतिशत की छूट दी जाएगी। उन्होंने कहा कि जिन बच्चों के माता-पिता कोरोना काल में मृत्यु को प्राप्त हुए हैं तो उन्हें भी विशेष छूट दी जाएगी। इसके अलावा बद्दी यूनिवर्सिटी द्वारा स्कॉलरशिप भी दी जाती है, जिसमें जमा दो और कला स्नातक के मेरिट के आधार पर बच्चों को स्कॉलरशिप दी जाती है। उन्होंने कहा कि उनकी यूनिवर्सिटी में रैगिंग जैसे कृत्य पर रोक लगाई गई है। इसके लिए सीनियर और जूनियर वर्ग को अलग-अलग होस्टलों में ठहराया जाता है। उन्होंने बताया कि बीटेक सीएससी आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस, डाटा साइंस, कोड़ कंप्यूटिंग, सॉफ्ट इंजीनियरिंग के माध्यम से बीटेक कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग होती है। हमारे 16 विद्यार्थी Abiro Strategyz Technologies Pvt. Ltd. with the package of 18 Lakh PA. बी. टैक मैकेनिकल एवं इलेक्ट्रिकल में दूसरे सेमेस्टर से 12000/- रुपये की कमाई कर सकता है। उन्होंने बताया कि यूनिवर्सिटी के पास अपनी स्टेट आफ लैब, प्रशिक्षित टीचिंग स्टाफ उपलब्ध है। उन्होंने कहा कि बच्चों को मानसिक और शारीरिक रूप से तैयार किया जाता है, ताकि वह किसी भी साक्षात्कार में नर्वस न हों। यूनिवर्सिटी के पास अपना इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम है जहां पर विद्यार्थी अपनी प्रतिभा को निखार सकता है। इसके अलावा यूनिवर्सिटी में अन्य खेलों की सुविधा भी उपलब्ध है। यूनिवर्सिटी केवल पढ़ाने और डिग्री देने में ही विश्वास नहीं रखती है बल्कि वह बच्चों को ट्रेनिंग भी प्रदान करती है ताकि आगे उन्हें बेहतर पैकेज मिल सके। इसके अलावा वह बच्चों के आइडिया को साकार रूप देने के लिए भी काम करती है जिसके उन्होंने आइडिया फैक्टरी का निर्माण किया है जहां पर बच्चे अपने आइडिया के आधार पर नई-नई खोज करते हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *